गोपेश्वर:सकलेश्वर रामलीला कमेटी गंगोलगांव द्वारा पिछले 11 दिनों से आयोजित रामलीला का समापन राम राज्याभिषेक के साथ हो गया। जिसमें श्रीराम का विधिवत रूप से राज्याभिषेक किया गया। इस दौरान पूरा पांडाल जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। सकलेश्वर रामलीला कमेटी गंगोलगांव के तत्वावधान में पिछले 11 दिनों से रामलीला का मंचन किया जा रहा था। जिसका समापन भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ कर दिया गया। मंचन में राम और रावण के बीच हुए घमासान युद्ध के बाद भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर दिया। रावण वध के साथ ही रामलीला प्रांगण में श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के जयकारे लगाए। इसके बाद भगवान श्रीराम ने विभीषण को लंका का राजा घोषित किया।
इसी दौरान भगवान श्रीराम की अन्य लीलाओं का मंचन भी किया गया। वहीं 14 वर्ष का वनवास समाप्त होने पर श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता अयोध्या पहुंचते हैं। जहां उनका स्वागत किया जाता है। श्रीराम वापसी पर पूरी अयोध्या नगरी में दीप जलाकर खुशियां मनाई जाती हैं। इसके बाद विधि विधान और पूजा अर्चना के साथ भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक किया जाता है। इसके साथ ही रामलीला का समापन हो जाता है। देवलधार से गंगोलगांव रामलीला चौक तक प्रभु श्री रामचंद्र की शोभा यात्रा निकाली गईं।इस दौरान रामलीला कमेटी की ओर से सभी पात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। समापन अवसर पर सगर, ग्वाड, देवलधार, गंगोलगांव के समस्त ग्रामवासी शामिल थे।