तेवा खर्क गांव को सड़क से जोड़ने के लिए धरने पर बैठे 106 वर्षीय नेन सिंह
देश की आजादी के 70 से अधिक वर्ष बीत चुके हैं लेकिन देश के कई गांव आज भी मूलभूत जरूरतों को लेकर आप आंदोलन और प्रदर्शनों के जरिए अपनी मांग शासन और प्रशासन के सामने रखने को मजबूर हैं अपने गांव में स्वास्थ्य शिक्षा सड़क के सपने संजोए हुए कई लोग बिना सुविधाओ के लाभ लिए ही स्वर्ग सिधार गए हैं ऐसे ही एक मामला इन दिनों गैर सेंण ब्लॉक के तेवा खर्क गांव में प्रकाश में आया है यहां पर गांव को सड़क से जोड़ने के लिए इस क्षेत्र के सबसे उम्रदराज व्यक्ति श्री नेन सिंह पुत्र छोटाण सिंह 106 वर्षीय बुजुर्ग के साथ दीवान सिंह दयाल सिंह अवतार सिंह राजेंद्र सिंह हुकम सिंह महिला मंगल दल अध्यक्ष रिंकी देवी और ग्राम प्रधान हेमा बिष्ट धरने पर बैठे हुए हैं अपने गांव को सड़क से जोड़ने की मांग को लेकर कितना जूस लोगों में है इसका अंदाजा इस बात से लगाए जा सकते कि जब 106 वर्षीय बुजुर्ग नैन सिंह धरने पर बैLठने को तैयार हैं यहां के बुजुर्गों का कहना है
कि भारत स्वतंत्र होने के बाद उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड अलग होने के बाद यहां के लोग हमेशा सड़क को लेकर तरसते रहे हैं उत्तराखंड बनने के बाद भी किसी भी सरकार ने इस क्षेत्र के लोगों को सड़क के लिए तवज्जो नहीं जी यही कारण है कि आज गांव के सबसे बुजुर्ग लोग इस तरह आंदोलन करने को मजबूर हैं जैसा की जानकारी के
अनुसार 26 जनवरी 2021 से ग्रामीणों ने स्वयं ही श्रमदान के माध्यम से अपने गांव के लिए सड़क बनाने शुरू की थी लेकिन कुछ तकनीकी पाबंदियों और जटिल समस्याओं के कारण हुए अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए और लगातार सरकार तेवा खर्क गांव को सड़क से जोड़ने के लिए आंदोलनरत हैं