Home उत्तराखंड बारिस के बाद चुनौतियाँ, देवाल वाण छेत्र में राह हुई कठिन

बारिस के बाद चुनौतियाँ, देवाल वाण छेत्र में राह हुई कठिन

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चमोली जिले के मुन्दोली वाण मोटरमार्ग एक हफ्ते से बन्द होने के कारण स्थानीय सामजिक कार्यकर्ता हीरासिंह गढ़वाली ने वाण गाँव की बीमार बच्ची नतिशा पुत्री बाघसिंह को खतरों से खेलते हुए लोहाजंग अस्पताल पहुंचाया।

वाण गांव की सडक बदहाल, जान हथेली पर रखकर बाइक से बीमार बच्ची को पहुंचाया अस्पताल..

7 दिनों से सड़क बंद और 7 दिनों से अंधेरे में सीमांत गांव

देवाल!

भारी बारिश के कारण देवाल-वाण सड़क मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी है। यह सडक पल्या, करजा, बुराकोट, मैला में क्षतिग्रस्त हो गयी है। जिस कारण से विगत 7 दिनों से बंद पडी हुई है। मंगलवार सुबह को वाण गांव के भाघ सिंह की बेटी नतिशा की तबियत अचानक खराब हो गयी थी इसलिए ग्रामीणों नें किसी तरह नतिषा को जान हथेली पर रखकर लोहजंग तक पहुंचाया और वहां पर निजी क्लीनिक में इलाज कराया। वाण गांव के सामाजिक कार्यकर्ता हीरा सिंह गढ़वाली नें अपनी बाइक से लोहजंग तक पहुंचाया। हीरा सिंह गढ़वाली नें बताया की इस सडक की याद सरकार को 12 बरस में आती है। यहाँ 2018 आपदा के बाद सडक की स्थिति दयनीय है। बुराकोट नामक जगह पर भारी मात्रा में पानी आनें से सड़क बंद है। चुनाव में नेताओं द्वारा बडे बडे वायदे किये जाते हैं पर विकास के नाम पर केवल चुनावी झुनझुने।

लोहजंग में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र खोलने की मुख्यमंत्री की घोषणा हवाई साबित हुई….

पूर्व विधायक स्व.शेर सिंह दानू की स्मृति में आयोजित मेले में मुख्यमंत्री त्रिवेद्र सिंह रावत नें लोहजंग में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र खोलने की घोषणा की थी लेकिन आज तक यहाँ पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नहीं खुल पाया है। वाण गांव के लोगों को अपनी छोटी मोटी बीमारियों के इलाज के लिए और एक गोली बुखार के लिए 50 किमी दूर देवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पडता है। नंदा देवी राजजात यात्रा का अंतिम गांव है वाण जिसकी आबादी 2 हजार से अधिक है। लोहजंग में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र खुलने से लगभग दो दर्जन से अधिक गांवों की 15 हजार से अधिक की आबादी को लाभ मिलता। इसके अलावा नंदा देवी राजजात यात्रा में स्वास्थ्य सेवाएं मिलती।

ग्राम प्रधान वाण पुष्पा देवी, जिला पंचायत सदस्य कृष्णा सिंह, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य हीरा सिंह पहाडी, सामाजिक कार्यकर्ता देवेन्द्र सिंह, हीरा सिंह गढ़वाली, मोहन सिंह, भगत सिंह इत्यादि लोगों नें शासन प्रशासन से अनुरोध किया है कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन से तबाह हुई कृर्षि भूमि, मकान, गौशाला, सडक, फलदार पेड़ो की क्षतिपूर्ति का आंकलन करके तत्काल प्रभावित लोगों को मुवाअजा दिया जाय और भूस्खलन से क्षतिग्रस्त वाण- थराली रोड को शीघ्र यातायात के लिए सुचारू किया जाय। उन्होंने कहा कि बारिश बारिश से जगह जगह भूस्खलन होंने से पूरा गांव खतरे की जद में आ गया है। ग्रामीणों नें बरसात सीजन सितम्बर तक एक जेसीबी मशीन को वाण में रखा जाय ताकि सडक के अवरूद्ध होने पर शीघ्र ही सडक को खोला जा सके

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