चमोलीः 7फरवरी की सुबह की 10 बजे की त्रासदी कई परिवारों की खुशियों को अपने इस उफान में बहा ले गई, देवभूमि में 2013 के बाद की यह सबसे बडी आपदा है इतनी बडी संख्या में लोगा इस आपदा के काल के ग्रास में समा गये, स्थानीय प्रशासन और पुलिस ne तपोवन क्षेत्र में निर्माणाधीन विद्युत परियोजनाओं द्वारा और स्थानीय ग्रामीणों द्वारा लापता की सूची दी गई उसमें लगभग 204 की संख्या बताया गई है, अब पुलिस और एसडीआरएॅफ ने 38शवों को रेस्क्यू किया गया है, क्षतविक्षितस्थिति में कुछ मानव अंग भी मिले गये हैं चमोली और कर्णप्रयाग घाट पर कई शवों की एक साथ रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार भी किया जा रहा है, लेकिन जिनका बेटा भाई पिता पति बहन बीबी माॅ इस आपदा में लापता हुई हैं अपने परिजनों को लेकर भगवान से दर्द सिस्कियों के साथ े शिकायत कर रहे हैं विधाता निर्दय निठूर विधाता, और शासन और प्रशासन से हर बार एक ही उमीद के साथ की किसी तरह की सुखद खबर सुनने केा मिलेगी, तपोवन क्षेत्र. में अपनों की तलाश में आये परिजनों की दर्द भरी आंखें हर किसी की ओर एक आस और उमीद के साथ भले देख रही हों लेकिन इन आंखों के सवालों का किसी के पास कोई जबाब नहीं।
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