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मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं जिला स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति समीक्षा,योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के अधिकारियों को दिए निर्देश।

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जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं जिला स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति समीक्षा करते हुए स्वरोजगार योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने ऋण स्वीकृति के लिए बैंकों में लंबित आवेदनों को समय से स्वीकृत कराकर लक्ष्य पूर्ति सुनिश्चित करने को कहा। हिदायत दी कि इसमें लापरवाही बरतने वाले बैंक एवं विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जिन लाभार्थियों को ऋण आवंटित किया जा चुका है और जो आवेदन बैंको में लंबित चल रहे है उनकी पूरी जानकारी तत्काल उपलब्ध करें। कहा कि लाभार्थी द्वारा मार्जिन मनी जमा नही कराने के कारण जो आवेदन बैंकों में लंबित चल रहे है उन लाभार्थियों से व्यक्तिगत तौर पर संपर्क करते हुए आवेदनों का निस्तारण करें। इस दौरान बताया गया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत जिला स्तरीय समिति द्वारा स्वीकृत 329 आवेदन बैंकों को भेजे गए है। जिसमें से 240 आवेदन बैंको ने स्वीकृत किए गए है। आवेदक के इच्छुक न होने तथा सिविल में कमी होने के कारण बैंकों द्वारा 89 आवेदन निरस्त किए गए है। स्वीकृत आवेदनों में से 59 लाभार्थियों को ऋण आवंटन भी किया जा चुका है।

जिला स्वरोजगार योजना की प्रगति समीक्षा करते हुए

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला योजना से विभागों को स्वरोजगार योजनाओं के लिए जो लक्ष्य दिए गए है उन्हें शत प्रतिशत हासिल करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वरोजगार योजना के तहत जिन पात्र लाभार्थियों का चयन विभागों द्वारा किया जा चुका है उन सभी लाभार्थियों को ऋण आवंटन कराना सुनिश्चित करे और जिन बेरोजगार युवाओं ने स्वरोजगार के लिए हाल ही में आवेदन करा है उनका जल्द साक्षात्कार प्रक्रिया को पूरा करते हुए चयन करना सुनिश्चित करें। कहा कि जिला योजना से सभी विभागों को स्वरोजगार योजनाओं के लिए पर्याप्त धनराशि आवमुक्त की जा चुकी है और यदि किसी भी विभाग को आवश्यकता हो तो डिमांड करें।

पशुपालन विभाग की कुक्कट पालन योजना के तहत सरकारी हैचरी से चूजे न मिलने की समस्या पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि यदि सरकारी हैचरी से 15 दिनों के भीतर चूजे नही मिलते है तो प्राइवेट हैचरी से चूजे खरीदने हेतु आवश्यक कार्यवाही करें। कृषि और उद्यान विभाग के तहत स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने के लिए भी बेरोजगार युवाओं को प्रोत्साहित किया जाए। इस दौरान बताया गया कि कुक्कड पालन योजना में 98 आवेदन कडकनाथ कुक्कुट पालन के लिए स्वीकृत है जिसमें से 52 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है जबकि 366 आवेदन मुर्गी पालन के लिए स्वीकृत हुए थे जिसमें से 148 को लाभान्वित किया जा चुका है। उद्यान विभाग के माध्यम से स्वीकृत 214 पाॅलीहाउस में से 119 लोगों को पाॅलीहाउस बन गए है। मत्स्य पालन के तहत स्वीकृत 89 आवेदनों में से 33 लाभार्थियों का तालाब निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। डेयरी के अन्तर्गत गाय पालन हेतु चयनित 77 लाभार्थियों में से 20 लाभार्थियों को सहकारिता बैंक से ऋण आवंटित किया जा चुका है। समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, लीड बैंक अधिकारी प्रताप सिंह राणा, जीएम डीआईसी वीएस कुंवर सहित संबधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।