Home उत्तराखंड यदि पुण्य क्षीण हो जाएं तो जीवन नर्क हो जाता है:अमावस गिरी

यदि पुण्य क्षीण हो जाएं तो जीवन नर्क हो जाता है:अमावस गिरी

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कर्णप्रयाग: मनुष्य को कर्म के आधार पर उसके फल मिलते हैं और उन कर्मों के फल से ही उसे सद्गति मिलती है यदि मनुष्य के पुण्य क्षीण हो जाए तो जीवन नर्क हो जाता है यह बात अमावस गिरी जी महाराज ने कथा प्रवचन के दौरान कही।

चांदपुर पट्टी के ऐतिहासिक नौटी गांव में आयोजित श्रीमद् शिव महापुराण की कथा के दौरान कथा वाचक अमावस गिरी महाराज ने कहा कि इस चराचर जगत में मनुष्य को कर्मों के आधार पर ही फल मिलते हैं यदि कोई व्यक्ति सदाचारी है तो उसे निश्चित रूप से सदा सकारात्मक परिणाम मिलते हैं लेकिन यदि कोई व्यक्ति दुराचारी हो तो उसे नकारात्मक परिणाम भोगने पड़ते हैं और उसी सकारात्मक और नकारात्मक परिणामों का हल उसके गुणों को बढ़ाता भी और छीण भी करता है। इसी प्रक्रिया से मनुष्य को स्वर्ग और नर्क का स्थान मिलता है। यह बात उन्होंने जनक महाराज की कथा सुनाते हुई कही। भैलेश्वर महादेव के महंत महाकाल गिरी जी महाराज के सानिध्य में हो रही कथा में संगीताचार्य मोहित सती, शुभम मैठाणी, पूर्व राज्य मंत्री सुरेश बिष्ट, नोटरी एडवोकेट अनुज डिमरी, भाजपा के वरिष्ठ नेता राकेश रतूड़ी, पूर्व महामंत्री समीर मिश्रा, पूर्व मंडल अध्यक्ष झगड़ सिंह, रमेश सती, देवेंद्र सिंह, भोगेंद्र प्रसाद गैरोला, मदन मैठाणी, मुकेश नौटियाल, अखिलेश नौटियाल, सोबन सिंह, अतुल नौटियाल, राजेश चौहान, कान्हा, अक्खा नौटियाल सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे। कथा में नैणी, कनोठ, तोली, कल्याडी, मलाई, कफलोडी, जाख आदि गांवों के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।