जोशीमठ। भारत चीन सीमा को जोडने वाला जोशीमठ मलारी हाईवे तमक के पास लगातार चटटान टूटने से चार दिनों से ठप्प पडा है। जिससे क्षेत्र के गावों में आवाजाही नहीं हो पा रही है। हाईवे बंद होने से जोशीमठ की ओर 100 से अधिक और नीती घाटी में करीब 500 ग्रामीण फंसे हुए हैं। चटटान से पत्थरों के गिरना बंद न होने से सीमा सड़क संगठन की जेसीबी मशीनें भी काम नहीं कर पा रही हैं। जोशीमठ एसडीएम ने भी हाईवे का निरीक्षण किया और ग्रामीणों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाशने पर जोर दिया। घाटी में एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है। नीती घाटी के ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द सड़क नहीं खुलती है तो ग्रामीणों के पास मौजूद राशन समाप्त हो जाएगी। तमक में बिजली की लाइन भी क्षतिग्रस्त पड़ी हुई है। जिससे ग्रामीण छिल्लों के सहारे रात बिता रहे हैं। चीन सीमा क्षेत्र में मुस्तैद भारतीय सेना और आईटीबीपी कैंपों में भी अंधेरा है। बिजली न होने से दूरसंचार ने भी काम करना बंद कर दिया हैए जिससे ग्रामीणों से संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। भलगांव के ग्राम प्रधान लक्ष्मण सिंह बुटोला ने घाटी में ग्रामीणों के खैर ख्वाह लेने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर से नीती घाटी में राशन पहुंचाई जाए और लोगों की आवाजाही के लिए फिलहाल हवाई सेवा शुरू की जाए।
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