Home उत्तराखंड सीजेआरएफ का मंच पहुचा निजमुला घाटी, उपभोक्ताओं ने गिनाई समस्या

सीजेआरएफ का मंच पहुचा निजमुला घाटी, उपभोक्ताओं ने गिनाई समस्या

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चमोली:सीजेआरएफ कर्णप्रयाग ने दशोली ब्लॉक के दूरस्थ गांव निजमुला पहुँचकर विद्युत उपभोक्ताओं की समस्या सुनी विभाग को आवश्यक निर्देश दिये।
सीजे आरएफ कर्णप्रयाग के सदस्य शशिभूषण मैठाणी ने बताया कि जन सुनवाई में मदन सिंह ने साढ़े 3 महीने से आवेदन किया है लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है इनके अलावा जयंती देवी, दुलभ सिंह, विक्रम सिंह, शाकाम्बरी देवी, हयात सिंह, सुरेंद्र कुमार सहित अनेकों ने ग्रामीणों ने भी महीनों से आवेदन किया है लेकिन विद्युत् लाइन नहीं दी जा रही है।

मोहन सिंह पुत्र सुजान सिंह ने 6 माह पहले आवेदन किया 23 नवंबर को खुद से लाइन जोड़ी। बिल कलेक्टर पुंडीर मोबाइल नंबर 7302020690
सामने थे । मीटर लागने को कहा तो लाइनमेन ने 7 सौ की माग की जिसे देने में मैंने असमर्थता व्यक्त की तो उन्होंने मीटर जोड़ने से मना करते हुए मेरे घर पर मीटर छोड़ दिया और मुझे खुद से मीटर जोड़ देने को कहा जिसके बाद मैंने स्वयं ही मीटर रीडर के सामने मीटर जोड़ दिया था ।
लेकिन मजेदार बात यह रही कि जिस दिन मेरे घर पर मीटर जोड़ा गया उससे 5 दिन पहले 9 नवंबर को मेरा बिल भी आ गया था! अब सवाल यह कि जब 13 नवंबर को जोड़ा गया है तो 9 नवंबर को पहले ही बिना मीटर चले बिना रीडिंग के ही मुझे मेरे खाता संख्या 42300864680 को दर्शाते हुए Rs 327 (तीन सौ सत्ताईश रूपये) का बिल किस आधार पर क्यों कैसे और किसने बना लिया। उपभोक्ता ने बताया कि केबल भी लाइनमेन द्वारा मुझसे खरीदवाया गया.
सावित्री देवी पत्नी बोनिया लाल ने बताया कि 4 महीने पहले लाइन काट दी और बिल दिया जा रहा है, मंच ने बिलों का निरिक्षण किया जिसमें उनके बिल IDF पाए गए हैं ।
बादर सिंह ने शिकायत की कि उन्हें अचानक से 8 हजार का बिल दिया गया जिसके लिए उन्होने विभाग मे सम्पर्क कर शुल्क जमा करते हुए चैक मीटर लगाने को कहा लेकिन विभाग ने चैक लगाते व उतारते वक़्त मुझे व मेरी पत्नी को नहीं सूचना दी गई और न ही हस्ताक्षर करवाए गए विभागीय चैक मीटर की प्रक्रिया से मै संतुष्ट नहीं हूँ।
सुंदरी लाल पुत्र स्व. बालकु लाल एवं रघुलाल पुत्र श्री स्व. सबला लाल ने BPL कैटेगरी में आवेदन किया जबकि विभाग ने सुंदरी लाल को BPL का कनेक्शन 200 में और रघुलाल को सामान्य श्रेणी में रूपये 1600/- का कनेक्शन दिया गया। 20 नवंबर को रसीद काट दी और अभी तक घर पर कनेक्शन नहीं दिया गया है। जबकि रसीद कटने के 15 दिनों के भीतर आवश्यक रूप से कनेक्शन देना होता है। रसीद कटने के बाद तय समय के भीतर कनेक्शन न देने पर विद्युत् नियामक आयोग की नियमावली के अनुसार विभाग द्वारा प्रत्येक दिन का मुआवाजा देने का प्राविधान है।
विक्रम सिंह रावत पुत्र नयन सिंह रावत ने अपनी शिकायत में बताया कि 16 फरवरी 2018 को विभाग में जाकर कनेक्शन कटवाने का आवेदन किया था जिसके एवज में डिसकनेक्शन चार्ज का रुपया 100 का शुल्क भी लिया और कनेक्शन काट दिया गया था जिसकी रसीद मंच सामने प्रस्तुत किया। लेकिन उसके बाद से लगातार बिल अभी तक भी मुझे बिल दिया जा रहा है। उपभोक्ता ने मंच के सामने वर्तमान में 23 नवंबर 2023 का बिल भी साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया। उपभोक्ता ने बताया कि मै पिछले 5 वर्षो से लगातार ऊर्जा विभाग में जा रहा हूँ लेकिन वह हर बार मुझे आश्वासन देते हैं और फिर बिल भेज देते हैं। विभागीय लापरवाई के चलते मेरा लगातार मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है.