जनपद चमोली में अपनी कई सूत्रीय मांगों को लेकर मनरेगा कर्मियों ने अपना कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। इस आशय का ज्ञापन मनरेगा कर्मियों ने खंड विकास अधिकारियों को सौपा।जनपद के सभी प्रखंडों में गुरुवार को मनरेगा कर्मियों ने अपनी हिमांचल प्रदेश की तर्ज पर मनरेगा कर्मियों को ग्रेड पे का लाभ दिया जाय,मनरेगा कर्मियों को सम्मान जनक मानदेय दिया जाय,हड़ताल अवधि 84 दिन के समय का मानदेय अतिशीघ्र भुगतान किया जाय एवं कोविड काल में किए गए कार्य को लेकर मनरेगा कर्मियों को कोरोना वेरियर घोषित किया जाय की मांग को लेकर गुरुवार को खंड विकास अधिकारी मदन सिंह को ज्ञापन सौपा दिया है।
ज्ञापन में बताया गया है की यदि सरकार के द्वारा उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। मनरेगा कर्मियों ने बताया की मार्च में 84 दिन हुए मनरेगा कर्मियों की हड़ताल के बाद सरकार के द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया था की मनरेगा कर्मियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा। लेकिन सरकार द्वारा उनकी मांगों की अनदेखी की गई। जिस कारण उन्हें मजबूरन कार्य बहिष्कार करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि मनरेगा कर्मियों के बार बार कार्य बहिष्कार करने से पंचायतों में विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं जिस कारण गरीब जनता की रोजी-रोटी पर भी गहरा असर पड़ रहा है।
इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को मनरेगा कर्मचारियों की न्यायोचित मांगों पर जल्द ही संज्ञान लेकर उनके समाधान करने की पहल करनी चाहिए, शजिससे पंचायतों के विकास कार्यों में अवरोध पैदा न हो।
वहीं इस अवसर पर नारायणबगड़ विकास खंड में थराली विकास खण्ड में डीपीओ राघवेंद्र सिंह रावत की कुछ दिन पूर्व हुई मौत पर समस्त विकास खंड कर्मियों के द्वारा उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। खुशहाल सिंह बिष्ट।
अध्यक्ष मनरेगा संगठन। अनुसुया पुरोहित।पूर्व प्रदेश अध्यक्ष।