Home उत्तराखंड नगर पालिका द्वारा दुकानें सीज करने की कार्यवाही पर व्यापारियों में आक्रोश

नगर पालिका द्वारा दुकानें सीज करने की कार्यवाही पर व्यापारियों में आक्रोश

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नगर पालिका ओर से व्यापारियों व पत्रकारों को आवंटित आवास व दुकानों का किराया जमा न होने की दशा में शुक्रवार को जिलाधिकारी चमोली के आदेश पर नगर पालिका गोपेश्वर ने प्रशासन और पुलिस फोर्स के साथ पांच दुकानों को सीज करने की कार्रवाई शुरू की जिस पर व्यापारियों ने हंगामा काटा। काफी हंगामा होने पर पुलिस ने व्यापारियों को गिरफ्तार कर चमोली ले गई। जहां पर समझौते के बाद गिरफ्तार व्यापारियों को छोड़ दिया गया। व्यापारियों ने गिरफ्तारी के विरोध में जिलाधिकारी चमोली के विरोध में जमकर नारेबाजी की। व्यापारियों ने इस कार्रवाई को बदले की भावना से प्रेरित होकर किया गया बताया। बदरीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट ने भी व्यापारियों की दुकानों को सीज करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

बता दें कि नगर पालिका की ओर से पांच व्यापारियों व दो पत्रकारों को गुरूवार दो बजे के लगभग नोटिस दिया गया कि वे नगर पालिका की आवंटित दुकानों का बकाया भुगतान 24 घंटे के भीतर जमा कर दें अन्यथा दुकानों और आवासों को सीज कर दिया जाएगा। लेकिन नगर पालिका पुलिस और प्रशासन के सहयोग से सुबह छह बजे ही दुकानों व आवासों को सीज करने के लिए धमक गई। और दुकानों का सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी जिससे व्यापारी बौखला गये। जिस पर सभी व्यापारी इसके विरोध में एकत्र हो गये और इसका विरोध करने लगे जिस पर पुलिस ने व्यापारियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने व्यापारियों से किसी प्रकार की कोई अभ्रदता नहीं की और उन्हें सौहार्दपूर्ण वातावरण में चमोली ले गये जहां एसडीएम चमोली से वार्ता के बाद व्यापारियों को छोड़ दिया गया और जो दुकाने सबलेट की गई थी उन दुकानों को उन्हीं व्यापारियों के नाम आवंटित कर दी गई जो वहां पर अपना कारोबार चला रहे थे।

प्रदेश व्यापार संघ के महामंत्री प्रकाश मिश्रा व गोपेश्वर व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनूप पुरोहित अंकोला ने कहा कि जिलाधिकारी चमोली उनके साथ बदले की भावना से कार्य कर ही है। कुछ दिनों पूर्व उन्होंने हल्दापानी आपदा ग्रस्त परिवारों के साथ मिलकर डीएम का विरोध किया था जिसका नतीजा यह निकाला कि उन्होंने व्यापारियों का उत्पीड़न करना शुरू कर दिया है। जो कि सरासर गलत है और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही जिलाधिकारी का स्थानातंरण नहीं किया जाता है तो व्यापारियों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर प्रकाश मिश्रा अनूप पुरोहित कुलदीप वर्मा आयुष चैहान पीयुष विश्नोई प्रकाश तिवारी राजा तिवारी मंसूर अली आदि मौजूद थे।

वहीं दूसरी ओर बदरीनाथ के विधायक ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है उन्होंने कहा कि एक तो कोरोना काल के चलते व्यापारियों की स्थिति काफी दयनीय हो रखी है उपर से उनकी दुकानों को सीज किया जाना उचित नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन से व्यापारियों को समय दिये जाने और सीज दुकानों को खुलवाने की मांग की है।

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