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भगवान बद्री विशाल के कपाट बंद होने से पूर्व की परंपराएं हुई शुरू, भगवान बद्री विशाल से टिहरी दरबार पहुंचाया गया प्रसाद

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बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने से पूर्व कई धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया जाता है परंपरा के निर्वहन करते हुए डिमरी पुजारियों द्वारा भगवान बद्री विशाल का प्रसाद नरेंद्र नगर राजदरबार टिहरी ले जाया गया, प्रसाद के अलावा तुलसी चंदन केसर और भगवान के अंग वस्त्र भी बद्रीनाथ धाम से नरेंद्र नगर ले जायेगे भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद होने की की तिथि विजयदशमी को तय की जाएगी परंतु इससे पहले कई अन्य धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया जाता है जिसमें डिमरी पुजारियों की ओर से एक दल भगवान बद्री विशाल से एक दल नरेंद्र नगर के लिए रवाना हुआ यह परंपरा सदियों पुरानी है और जिस का निर्वहन आज भी डिमरी पुजारी करते हैं इस प्रसाद के साथ भगवान बद्री विशाल के अंग वस्त्र तुलसी की माला चंदन केसर नरेंद्र नगर ले जाएंगे हैं श्री बदरीनाथ धाम में डिमरी पुजारियों के अपने अधिकार व कार्य क्षेत्र हैं जहां पर डिमरी पुजारी धाम में भगवान का भोग तैयार करने के साथ भीतली बड़वा प्रसादी बड़वा भोग मंडी ब्राह्मण सेवा कार बटवाल की परंपरा भी निभाते हैं