गोपेश्वर। आयुर्वेदिक एवं यूनानी मिनिस्टीरियल एसोसिएशन उत्तराखंड ने विभाग पर आरोप लगाया है कि विभाग में कई कर्मियों का नियम विरुद्ध समायोजन किया गया है। यही नहीं वरिष्ठ कर्मियों को छोड़कर इनको पदोन्नति भी दी जा रही है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपचंद्र बुड़ाकोटी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि एक कार्मिक के निदेशालय में अवैध समायोजन की शिकायत की गई। आयुष मंत्री के निर्देश पर सचिव आयुष ने समायोजन की जांच होने तक संबंधित को पदोन्नति नहीं देने निर्देश दिए। उसके बावजूद पदोन्नति दी गई। एक अन्य मामले में वरिष्ठ सहायक के प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद कनिष्ठ सहायक को तदर्थ पदोन्नति दी गई। जिसके आदेश में लिखा था कि संबंधित के लौटने पर पदोन्नति निरस्त हो जाएगी। लेकिन वरिष्ठ सहायक के लौटने के बावजूद न सिर्फ तदर्थ पदोन्नति को बरकरार रखा गया बल्कि उन्हें पदोन्नत कर पौड़ी भेजा गया। अब उनका वेतन निदेशालय देहरादून से आहरित किया जा रहा है। इसी तरह के कई मामले हैं जो पूरी तरह से नियम विरुद्ध हैं। जबकि कई गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, लेकिन उनके समायोजन पर विचार नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के नियम विरुद्ध समायोजन से संगठन में भारी रोष है। कहा कि ऐसे मामलों की जांच की जाए। यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं हुआ तो वह आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।