दिल्लीः संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित राष्टीय स्तर के कार्यक्रम में चमोली के रम्माण ने बांधा समा, देश के सभी राज्यों की संस्कृति टीम ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया कार्यक्रम में उत्तराखण्ड की ओर से चमोली के रम्माण को प्रतिभा करने का मौका मिला।
दिल्ली रविन्द्र भवन में संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में राष्टीय और अतंराष्टीय स्तर पर प्रसिद्ध पाने वाले कार्यक्रमों को जगह दी जाती है । 23मार्च 2022 को आयोजित हुए कार्यक्रम में उत्तराखण्ड चमोली जिले के सलूड गांव के रम्माण केा जगह मिली, रम्माण को विश्व धरोहर का दर्जा भी मिला है। आयोजन में शामिल हुए जगदीश चौहान ने बताया कि विश्व धरोहर रम्माण के आयोजन का प्रस्ताव संस्कृति विभाग द्वारा दिया गया था जिसके लिए गांव से 18 लोगों की टीम दिल्ली पहुंची और रम्माण नृत्य का प्रदर्शन किया गया जिसमें देश भर के 24-25 राज्यों की टीमें पहुंची थी जिन्होने देश विदेश में एक मुकाम हासिल किया है, उत्तराखण्ड की रम्माण नृत्य को मौका मिला, कार्यक्रम के दौरान रम्माण का नृत्य आकर्षण का केन्द्र बना रहा । कुशाल सिंह भण्डारी हीरा सिंह सुधीर कुवर देवेन्द्र कुवर देवेन्द्र सिंह पंवार, दिनेश नेगी, पुष्कर दास आदि मौजूद रहे।