दिल्ली: दिल्ली के नेहरू स्टेडियम से आयोजित अपोलो न्यू दिल्ली मैराथन के 10 वें संस्करण मैराथन दौड़ का आज रविवार को आयोजन किया गया।यहाँ 25,000 प्रतिभागियों के बीच चमोली जनपद में देवाल ब्लाक के दूरस्थ गांव वाण की भागीरथी विष्ट ने 2 घंटा 48 मिनट 59 सेकेंड में दौड़ पूरी कर प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं।साथ ही भागीरथी ने दो लाख रुपयों की ईनामी धनराशि हासिल की है।भागीरथी की इस कामयाबी से राष्ट्र स्तर पर प्रदेश के साथ साथ जनपद व क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है।मैराथन दौड़ के इस कार्यक्रम 23 वर्षीय भागीरथी की इस उपलब्धि पर जनपद चमोली सहित देवाल क्षेत्र में भी खुशी का माहौल हैं।इस चैंपियनशिप को जीतने के बाद भागीरथी की आगामी एशियन गेम्स में क्वालीफाई होने की राह भी आसान हो गई हैं।भागीरथी बिष्ट के कोच सुनील शर्मा ने बताया कि भागीरथी विष्ट ने 42 किलोमीटर दौड़ करीब 2 घंटा 48 मिनट 59 सेकंड में पूरी कर प्रथम स्थान प्राप्त स्थान किया हैं,उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी भागीरथी बिष्ट ने कई मैराथन दौड़ में प्रतिभाग कर प्रथम स्थान प्राप्त किया गया है।हिमाचल प्रदेश जिला सिरमौर निवासी अंतराष्ट्रीय अल्ट्रा मैराथन धावक सुनील शर्मा ने बताया कि इन दिनों फ्लाइंग गर्ल भागीरथी अपनी रफ्तार से दुनिया के फलक पर अपनी चमक बिखेरने के लिए उत्तराखण्ड के पौड़ी जनपद स्थित रासी स्टेडियम में कड़ी मेहनत कर रही है।
चमोली जनपद के अंतिम विकासखंड देवाल में वाण गांव से आने वाली भागीरथी ने संघर्ष और संसाधनों के आभाव में दौड़ की शुरुआत की थी।भागीरथी अपने पाँच भाई बहिनों में सबसे छोटी हैं।तीन वर्ष की छोटी आयु में भागीरथी के पिता की असमय मृत्यु हो गई थी।बताया कि वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने भाई बहिनों के साथ मिलकर घर का सारा काम करती थी।यहां तक कि भाईयो की अनुपस्थिति में अपने खेतों में हल भी खुद ही लगाया करती थी।भागीरथी का एक ही सपना है कि एक दिन ओलिंपिक खेलों में जाकर में राष्ट्र के लिए मैराथन में गोल्ड मैडल जीतकर देश का नाम रोशन करना।इसके लिए भागीरथी लगातार मेहनत कर रही हैं।