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जिला पंचायत उपाध्यक्ष द्वारा लगाये गये सभी आरोप गलत, आरोप सिद्ध हुए तो हर सजा के लिए तैयार: रजनी भण्डारी

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चमोलीः चमोली जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री पर जिला पंचायत उपाद्यक्ष लक्षमण रावत द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोपों को सरासर गलत बताते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ने पत्रकारों के सामने अपना पक्ष रखा
मुख्य कारण फ्लैट पर कब्जा करना बताया और भाजपा द्वारा 2022 विधान सभा चुनाव को लेकर उनकी छवि को धूमिल किये जाने की प्रयाजित मंशा बताया।

जिला पंचायत उपाध्यक्ष द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री पर लगाये गये आरोपों के बाद जहां सोशियल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही वहीं अब कांग्रेस भाजपा पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वयं जिलापंचायत अध्यक्ष रजनी भण्डारी ने पत्रकार वार्ता कर सभी ने अपने अपने पक्ष रखे,

भारतीय जनता पार्टी समर्थित जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर लगाये गये आरापों को लेकर कहा कि जिलापंचायत अध्यक्ष रजनी भण्डारी पर जो भी आरोप लगाये गये हैं सरकार से निवेदन करते हैं कि जांच कर सख्त कार्यवाही हो । जिला पंचायत सदस्य विनोद नेगी ने कहा कि उपाध्यक्ष जिला पंचायत कांग्रेस का हे ओर वही अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा है तो मामले में सत्यता होगी, वहीं योगा सेमवाल जिला ंपचायत सदस्य ने कहा कि मामले में जांच हेानी चाहिए।

 

 

इस मामले में कांग्रेस जिला पंचायत सदस्यांे ने भी पत्रकार वार्ता कर अध्यक्ष के पक्ष में बात रखी उन्होंने जिला पंचायत उपाध्यक्ष के सभी आरोपों को सिरे से नकारा, सदस्यों ने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक स्टंट जिला पंचायत उपाध्यक्ष द्वारा किया जा रहा है क्योंकि सदन में उपाध्यक्ष द्वारा कभी इन मुददों पर बहस नहीं करवाई गई और आज अपने निजी मामले केा जिला पंचायत से जोड कर वाह वाही कमाना चाहता है। सभी सदस्यों का कहना है जिलापंचायत अध्यक्ष द्वारा जिले भर के सभी सदस्यों के क्षेत्रों का ध्यान रखा जाता है और समान रूप से व्यवहार किया जाता है विवेकाधीन निधि और जिलापंचायत सदस्यो की निधि को भी समान रूप से वितरित किया जाता है।

वहीं पूर्व कैबिनेट मेंत्री राजेन्द्र भण्डारी ने कहा कि 2014 नन्दादेवी राज जाता मामले में जिस तरह से आरोप लगाया जा रहे हैं सभी आरोप गलत हैं क्योंकि बदरीनाथ विधायक महेन्द्र भटट ने यह मामला कोर्ट में लडा था जिसमें कोर्ट द्वारा भी जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भण्डारी केा क्लीन चिट दी गई है ंवहीं जिला स्तरीय कमेटी में दो दो जिलाधिकारियों द्वारा जांच कर मामले में कोई भी वित्तीय अनियमितता न होने का फैसला दिया है ऐसे में बार बार इस तरह के आरोप लगाना गलत है इस मामले में उन्होने बताया कि उनके छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है और जिला पंचायत अध्यक्ष को मोहरा बनाकर उन्हें 2022 विधान सभा चुनाव में नुकसान पहुंचाने की कोशिष की जा रही है।

वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भण्डारी का कहना है कि उपाध्यक्ष लक्षमण रावत उनका देहरादून स्थित फ्लैट पर कब्जा जमाये हुए है पिछले 4वर्षों से किराये का भुगतान नहीं किया गया है जिससे उनके द्वारा लक्षमण रावत को लगातार मौखिक और लिखित रूप से नोटिस भी दिया गया लेकिन उनके द्वारा उनका घर खाली नहीं किया जा रहा अब कोर्ट के माध्यम से उनको लीगल नोटिस भेजा गया तो इस पर उनके द्वारा इसे जिला पंचायत से जोडा गया है। उन्होने कहा कि कोरोनाकाल में समाचार पत्रों में टेण्डर कॉल किये गये और तब कोरोना काल में आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया। जिला पंचायत निधि को समान तरीके से वितरण किया गया है।