गोपेश्वर दशोली विकास खंड के फरस्वाण फाट क्षेत्र के गांवों में भालू के आतंक से ग्रामीण दहशत में है। वन विभाग व प्रशासन द्वारा भालू के आतंक से निजात दिलाने के लिए गांव में पिंजरे लगाए गए है।
बीडीसी सदस्य राहुल रावत, पूर्व प्रधान मेड-ठेली सुरेंद्र रावत, प्रधान रोशन चंद्र खनेडा, सरतोली प्रधान विनीता देवी का कहाना है कि दशोली ब्लाक के सरतोली, ठेली मैड और नैथोली गांव में भालू का आतंक बढ़ता जा रहा है। भालू के आतंक से ग्रामीणों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। सोमवार देर स्याम नैथोली गांव में मनीष लाल के बैल को भालू ने निवाला बनाया है। जबकि विभाग की टीम ठेली, मैड और सरतोली में गस्त पर लगे हुए थे।
भालू के आंतक 23,26,व 29 जनवरी को सरतोली गांव में भालू ने गौसाला तोड कर मवेशियों को निवाला बनाया था।
इंसेट
31 जनवरी को मैड गांव में दो दुधारू गाय को भालू ने अपना निवाला बनाया था। जबकि 1 फरवरी को नैथोली गांव में मनीष लाल की बैल को भालू ने अपना निवाला बनाया है।
बोले अधिकारी बदरीनाथ वन प्रभाग के डीएफओं आशुतोष सिंह ने बताया कि सरतोली गांव व मेड-ठेली गाव में पिजंरा लगा दिया है। वहीं नैथोली गांव में हारन की व्यवस्था की गई है। विभागीय टीम को प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। जल्द ही भालू पकड में आ जाएगा।