Home उत्तराखंड राजनाथ के बाद अब पीएम मोदी ने की धामी की तारीफ

राजनाथ के बाद अब पीएम मोदी ने की धामी की तारीफ

22
0

– धामी को कहा युवा और मेहनती मुख्यमंत्री

देहरादून। उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भाजपा के बड़े नेताओं को काफी उम्मीदें हैं। उन्हें भरोसा है कि आगामी विधानसभा के चुनाव में धामी ही भाजपा के लिए तुरुप का इक्का साबित होंगे। पिछले दो दिनों के भीतर पहले देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धामी की काबिलियत का बखान किया और दावा भी किया कि उनके नेतृत्व में भाजपा की जीत पक्की है।
बीते शुक्रवार को पौड़ी जनपद के पीठसैंण में आयोजित ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की प्रतिमा का अनावरण और स्मारक के लोकार्पण कार्यक्रम’ में राजनाथ सिंह ने जनसभा में कहा कि ‘क्रिकेट की भाषा में अगर कहूं तो 20–20 के मैच में धमीजी को आखिरी ओवर में उतारा गया है। धामीजी काफी धाकड़ बल्लेबाज हैं। उन पर उत्तराखण्ड के लोगों की बहुत सारी उम्मीदें टिकी हुई हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि वे उन इन उम्मीदों पर खरे उतरेंगे’। उनके बाद आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश में अलग-अलग ग्राम पंचायतों, जल समिति एवं सरपंचों से “जल जीवन संवाद” में पुष्कर सिंह धामी को युवा और मेहनती मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि निश्चित रूप से उत्तराखण्ड में बेहतर काम हो रहा है। यानी, भाजपा हाईकमान ने साफ कर दिया है कि सियासी मैच में अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कंधों पर ही पूरा दारोमदार होगा। भाजपा उन्हीं की कप्तानी में चुनाव लड़ेगी और वही पार्टी का चेहरा भी होंगे। ऐसा नहीं की भाजपा के दिग्गज नेताओं ने पहली बार धामी की तारीफ की है। इससे पहले भी बीते 16 सितंबर को धामी के जन्मदिन पर बधाई संदेश के बहाने प्रधामनंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम नेताओं ने धामी को ऊर्जावान, कर्मठ, कर्मयोगी और ईमानदार कहकर उनकी जमकर सराहना की थी। इधर, जनहित में निर्णय लेने के लिए भाजपा हाईकमान ने उन्हें फ्री हैंड दे रखा है। धामी ने भी एक के बाद एक चौंकाने वाले फैसले लेकर विपक्ष की नींद उड़ाकर रखी है। छोटे से कार्यकाल में वह अपने इरादे जता चुके हैं, उन्होंने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि वह चुनाव से नहीं घबराते। जनता की सेवा करना ही उनकी सरकार का भाव है और भाव में ही भगवान होते हैं।
–––