चमोली
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम को लेकर संचालित कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सैंपल टेंस्टिंग, काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग पर जोर देते हुए स्वास्थ्य विभाग को वैक्सीनेशन कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक लोगों का सैंपल टेस्ट करना सुनिश्चित करें और जो लोग कोविड संक्रमित पाए जा रहे है उन लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों की काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाए। ग्राम प्रधानों से गांव मंे आने वाले लोगों की जानकारी ली जाए। ट्रेसिंग कार्यो में लगी ब्लाक रिसपोंस तथा सिटी रिसपोंस टीम से भी प्रतिदिन की रिपोर्ट लेकर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी निर्माणदायी संस्थाओं को बाहर से आने वाले मजदूरों की जानकारी देने के लिए पूर्व में निर्देशित किया गया है। निर्माणदायी संस्थाओं से ऐसे मजदूरों की जानकारी मिलने पर तत्काल उनकी भी टेस्टिंग की जाए। साथ ही गौचर तथा गैरसैंण बैरियर पर किए जा रहे एंन्टीजन टेस्ट में जो संक्रमित मिल रहे है उनको मौके पर ही होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करें। ताकि पृथक से मरीजे के घर-गांव जाने की आवश्यकता न पडे।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि कोविड जांच की जितनी भी लंबित रिपोर्ट है उनको लैब से संपर्क करते हुए शीघ्र मंगवाना सुनिश्चित करें और इसकी सूचना प्रतिदिन उपलब्ध करें। साथ ही सभी सैंपल की पाॅजिटिव तथा नेगेटिव रिपोर्ट भी निर्धारित पोर्टल पर समय से अपलोड करना सुनिश्चित करें। कोविड के बढते मामलों को देखते हुए डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को अतिरिक्त वार्डवाॅय, डाटा एन्ट्री आॅपरेटर, लैब टैक्निशियन तथा स्वीपर के लिए पीआरडी से मांग करने को कहा। ताकि मानवीय संसाधनों की कमी न रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि एनएचआईडीसीएल से स्वास्थ्य विभाग को जो एबुलेंस मिली है उसका भी तत्काल संचालन शुरू किया जाए। ताकि मरीजों को लाने में समस्या न रहे। आॅक्सीजन आपूर्ति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिला अस्पताल में जब तक आॅक्सीजन प्लांट नही लग जाता तब तक आॅक्सीजन सिलेण्डर की पर्याप्त व्यवस्था रखना सुनिश्चित करें। कहा कि जो भी सिलेण्डर खाली हो रहे है उनको तत्काल भराया जाए। कहा कि इस कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग से ट्रक अधिग्रहित कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया जा चुका है। ताकि आॅक्सीजन सिलेण्डर लाने में कोई समस्या न रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि जो मरीज कोविड संक्रमित है लेकिन उनका स्वास्थ्य ठीक है तो उनको कोविड हेल्थ सेंटर से कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जाए। ताकि कोविड हेल्थ सेंटर में सीरियस मरीजों के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध रहे। उन्होंने कोविड सेंटर के आइसोलेशन वार्डो में साफ-सफाई रखने तथा यहाॅ पर भर्ती मरीजों को मेनू के अनुसार नियमित रूप से शुद्व पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
वैक्सीनेशन कार्यो की समीक्षा के दौरान एसीएमओ डाद्ध एमएस खाती ने अवगत कराया कि 18 से 44 आयु वर्ग के नागरिकों को वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण करने के बाद जब उनके पास सेंटर और समय का मैसेज आएगा तभी उनको अपने निर्धारित वैक्सीनेशन सेंटर पर टीका लगाने के लिए आना होगा।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एमएस खाती, सीएमस डा0 जीएस चुफाल, डीडीएमओ एनके जोशी, समन्वयक महेश देवराडी उपस्थित थे।