Home उत्तराखंड जिलाधिकारी ने किया स्वयं सहायता समूहों के कार्य का स्थलीय निरीक्षण

जिलाधिकारी ने किया स्वयं सहायता समूहों के कार्य का स्थलीय निरीक्षण

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चमोली : जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ मे कोविड टीकाकरण व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीनेशन सेंटर, कोल्डचेन प्वाइंट से बूथ तक वैक्सीन पहुॅचाने, टीकाकरण, निगरानी कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया और स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन के लिए जारी गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जोशीमठ स्वास्थ्य केंद्र मे सोमवार से कोविड  वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी के सुदृढ़ीकरण एवं छत रिपेयरिंग करवाने के बावजूद भी छत टपकने और कक्षो मे सीलन की समस्या पर जिलाधिकारी ने ठेकेदार का भुगतान रोकने के निर्देश एसीएमओ को दिए। वही अस्पताल मे साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखने को कहा। औषधि कक्ष के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने दवाइयों का पर्याप्त स्टाक रखने के निर्देश दिए। कहा कि यदि किसी दवाई की आवश्यकता हो तो शीघ्र मंगाए।


वही दूसरी ओर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने पाखी गांव का भ्रमण कर स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी और मौके पर उसका समधान  किया। जिलाधिकारी ने गांव में संचालित स्वयं सहायता समूह को सक्रियता से कार्य करने पर जोर दिया। कहा स्वयं सहायता समूह को हर संभव मदद भी दी जाएगी।
शिवानी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित चोरू, फरण, धूप बनाने के लिए जड़ी बूटी पीसने हेतु मशीन एवं विपणन हेतु मार्केट न मिलने की समस्या पर जिलाधिकारी ने समूह को अपने उत्पादों की गोपेश्वर उद्यान विभाग में संचालित नैनो पैकेजिंग यूनिट में अच्छी पैकेजिंग कराने और संडे मार्केट में विपणन कराने की सलाह दी। साथ ही कहा कि समूह को मशीन क्रय करने के लिए धनराशि की व्यवस्था भी जाएगी।
पाखी में हिमालय पर्यावरण आरक्षी महिला सोसायटी द्वारा आर्थिक समस्या के कारण पिछले कुछ महीनों से काम बंद करने पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को समूह का एनआरएलएम के तहत पंजीकरण कराने के निर्देश दिए। ताकि पंजीकरण के बाद रिवाल्विंग फंड की मदद से समूह फिर से सक्रिय होकर कार्य कर सके। इस समूह में लगभग 250 से अधिक महिलाएं विभिन्न प्रकार के अचार, जैम, जैली आदि बनाने का कार्य करती है लेकिन फंड के अभाव में कुछ समय से समूह निष्क्रय है।
बुनकर से जुडी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बुनकर उत्पादों के विपणन हेतु दुकान उपलब्ध कराने तथा प्रशिक्षण दिए जाने को लेकर जिलाधिकारी ने एसडीएम को पाखी में मंडी परिषद की दुकान की मरम्मत कराते हुए समूह को दिलाने हेतु त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। ताकि समूह की महिलाएं आसानी से अपनी उत्पादों का विपणन कर सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि समूह की महिलाओं के लिए जल्द ही बुनकर प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी।
जिलाधिकारी ने पाखी में दुग्ध उत्पादक सहाकारी समिति में मिल्क रूम का निरीक्षण भी किया। कहा कि यहाॅ पर दुग्ध समूह से जुड़ी महिलाओं को पनीर एवं घी बनाने के लिए प्लांट की व्यवस्था के साथ-साथ आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। वही लंगसी गांव में मिल्क रूम की व्यवस्था पर जिलाधिकारी ने कहा कि लंगसी में पंचायत सचिवालय में मिल्क रूम के लिए एक कक्ष समूह को आवंटित किया जाएगा।
इस दौरान जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी। पाखी में क्षतिग्रस्त पचंायत भवन के पुर्ननिर्माण की मांग पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। बताया कि जिला योजना तथा पंचायत निधि का मनरेगा से कन्वर्जेन्स करते हुए पंचायत भवन का निर्माण कराया जाएगा। जंगली जानवरों की समस्या पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान से कहा कि चैनलिंक फैन्सिंग से खेती की घेरवाड हेतु इच्छुक कृषकों से पृथक से प्रस्ताव उपलब्ध करें। कहा कि 80 प्रतिशत सब्सिडी पर चैनलिंक फैन्सिंग करायी जाएगी।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, एसडीएम कुमकुम जोशी, बीडीओ बीएल शाह आदि अधिकारी सहित क्षेत्र पंचायत सदस्य सुलोचना देवी, ग्राम प्रधान सुनीता जोशी, वन पंचायत सरपंच सीमा देवी, आंचल डेरी की जिलाध्यक्ष विश्वेश्वरी देवी एवं समूह की महिलाए सदस्य व ग्रामीण नागरिक मौजूद थे।