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उद्यानिकी को पर्यटन से जोड़ने के लिए जिलाधिकारी ने किया राजकीय उद्यान का स्थलीय निरीक्षण

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उत्तरकाशी जनपद में उद्यानिकी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा विकास खण्ड भटवाड़ी क्षेत्रान्तर्गत रैथल राजकीय उद्यान एवं द्वारी राजकीय उद्यान का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा सर्वप्रथम रैथल राजकीय उद्यान का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ० रजनीश सिंह से रैथल राजकीय उद्यान में उत्पादित किये जा रहे फलों के बारे में जानकारी ली गयी। उन्होंने निर्देश दिये कि रैथल उद्यान को हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित किया जाय ताकि पर्यटक इस उद्यान को देखने के लिये पहुंचे। उन्होनें रैथल उद्यान में ट्रैक रूट निर्माण के भी निर्देश मुख्य उद्यान अधिकारी को दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि रैथल राजकीय उद्यान हार्टी टूरिज्म के रूप में विकसित हो इस हेतु आगामी जिला योजना में नये प्रस्ताव प्रस्तुत किये जायें। हालांकि रैथल राजकीय उद्यान को टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित करने के प्रयास जिला प्रशासन द्वारा प्रारम्भ कर दिये गये हैं। जिसके तहत वहां पर हट्स बनाये गये हैं एवं स्ट्रीट लाईटें भी स्थापित की गयी हैं। जिलाधिकारी द्वारा रैथल राजकीय उद्यान में निर्माणाधीन ट्रेक हाउस का भी निरीक्षण किया गया ।

इसके उपरांत जिलाधिकारी ने द्वारी राजकीय उद्यान का स्थलीय निरीक्षण कर उद्यान में ग्राफ्टिंग कार्यों की जानकारी मुख्य उद्यान अधिकारी से ली तथा ग्राफ्टेड उन्नत सेब की प्रजातियों जैसे जैरोमाईन, रेड विलोक्स रेल लमगाला, सिनेको गाला , किंग रॉट, मैमामास्टर, बैरनगाला इत्यादि नवीन प्रजातियों का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने मुख्य उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि आगामी रोपण वर्ष में इस उद्यान से ज्यादा से ज्यादा उन्नत प्रजातियों के फल पौध कृषकों को उपलब्ध कराये जायें। जिलाधिकारी ने द्वारी राजकीय उद्यान में सिंचाई व्यवस्था का निरीक्षण कर उद्यान को स्प्रिंकलर / ड्रिप सिंचाई से आच्छादित करने हेतु निर्देशित किया। साथ ही द्वारी राजकीय उद्यान में चल रहे चेनलिंक्ड फेन्सिंग के निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित को गुणवत्ता पूर्ण कार्य करने के लिए निर्देश दिये।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने मुख्य उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि भटवाड़ी क्षेत्रान्तर्गत कुछ किसानों को फ्लोरी क्लचर से जोड़ा जाय ताकि क्षेत्र में फूलों की खेती को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि फूलों की खेती को इस प्रकार से विकसित किया जाय कि लोग उसे देखने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जीरेनियम पुष्प की बाजार में मांग को देखते हुए जीरेनियम पुष्प की खेती को विकसित करने के विशेष प्रयास किये जायें।।

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