चमोली :प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी आनंद सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक हुई। जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत कराए जा रहे कार्यो की वर्तमान समीक्षा की गई। प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि नदियों के किनारे एवं घाटों में नियमित सफाई हो तथा नदियों में कचरा न डाला जाए। सॉलिड वेस्ट संग्रहित कर सुव्यवस्थित तरीके से निस्तारण किया जाए। गंगा किनारे सभी गांवों एवं नगर निकायों में भी सफाई के साथ लोगों को जागरूक किया जाए।
जिला गंगा संरक्षण समिति के सदस्य सचिव प्रभागीय वनाधिकारी रमाकांत तिवारी ने नदियों के पुनरूद्वार, संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि पेयजल निगम द्वारा जनपद में 16 एसटीपी में से 15 एसटीपी में कार्य पूर्ण हो चुका है, जिनमें से 12 एसटीपी जल संस्थान को हस्तगत कर दिए गए है और बाकी तीन में संयुक्त निरीक्षण कर लिया गया है। घाटों में नियमित साफ सफाई कराई जा रही है। नमामि गंगे से संबधित निकायों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, नालों में नियमित सफाई, डोर-टू-डोर कूडा एकत्रीकरण किया जा रहा है। कृषि विभाग के माध्यम से जैविक खेती बढावा दिए जाने हेतु क्लस्टर गठन, कृषकों को प्रशिक्षण तथा जैव निवेशों का वितरण किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी एसएस राणा, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक बीएस कुंवर, अधिशासी अभियंत जल संस्थान राजेश कुमार निर्वाल सहित अन्य संबधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।