Home धर्म संस्कृति माँ नन्दा पहुची अपने आठवें पडाव, मुखोटा नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र

माँ नन्दा पहुची अपने आठवें पडाव, मुखोटा नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र

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जोशीमठ:नंदा देवी देवरा यात्रा अपने आठवें पड़ाव झेलम पहुँच चुकी है। झेलम में विभिन्न कलाकारों के द्वारा मुखौटा नृत्य किया जाता है जिसमें नारद, गणेश, गौरा, शंकर और सूर्य पत्र नृत्य होता है। इसमें सभी देवी देवताओं का आह्वान किया जाता है। झेलम के आलावा यह नृत्य मलारी और नीति में भी योगा।

नंदा देवी देवरा यात्रा 6 सितंबर से नीति घाटी के विभिन्न गावों में भ्रमण पर निकली है। झेलम में एक खास नृत्य का आयोजन किया जाता है जो बिल्कुल रम्माण की तर्ज पर मुखौटा नृत्य होता है। इस मुखौटा नृत्य को देखने के लिए झेलम, कोषा, कागा, जुम्मा, लाता नीती घाटी के कई गाँवो के लोग पहुँचे है। नंदा देवी देवरा यात्रा समिति के सचिव ने बताया की यह नृत्य नीति घाटी की सांस्कृतिक धरोहर है। दिन और रात दोनों ही समय अलग अलग नृत्य का आयोजन किया जायेगा।