-गोपेश्वर में बंदर आतंक का प्रयाय बनने लगे हैं। बंदरो का आतंक इस कदर बढ़ रहा है कि लोगो को घरों से बाहर निकलना खतरे से खाली नही लग रहा। कई लोगो पर बंदरो ने हमला कर घायल भी कर दिए है, जिससे कई बार वन विभाग और पालिका प्रशासन से मांग के बाद भी कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं हो पाई है। जिससे लोगों को खासी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है।
बता दें कि शनिवार देर शाम चमोली कस्बे के अप्पर चमोली क्षेत्र में नीलम सती पत्नी दिनेश सती व उमा देवी पत्नी स्व. केदार सिंह सती शाम के वक्त अपने घर के आंगन में कार्य कर रही थी। इस दौरान अचानक नीलम सती पर बंदरों ने हमला कर हाथ काट दिया। अपने बचाव में भागने पर उनके कमर में भी चोट आ गई। वहीं पास में ही खड़ी उमा देवी के शोर करने पर बंदरों ने उन पर भी हमला कर दिया और उनकी पीठ पर काटकर उन्हें भी जख्मी कर दिया। जिस पर आसपास के लोगों ने चीख पुकार सुनने के बाद मौके पर पहुंचकर बंदरों को भगा कर दोनों को 108 की मदद से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। स्थानीय निवासी भूपेंद्र सिंह और सोहन सिंह का कहना है कि नगर में बड़ी संख्या में बंदर मौजूद हैं। जो खाने-पीने की वस्तुओं को पाने की चाह में आक्रमक हो गये हैं। मामले में वन विभाग और नगर पालिका को संयुक्त अभियान चला कर नगरवासियो को बंदरों के आतंक से निजात दिलाने का कार्य करना चाहिए।
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