Home उत्तराखंड तेजपत्ता उत्पादकों के लिए अच्छी खबर अंतर्राष्टीय बाजार के खुलेंगे द्वार

तेजपत्ता उत्पादकों के लिए अच्छी खबर अंतर्राष्टीय बाजार के खुलेंगे द्वार

40
0

गोपेश्वरः जिला मुख्यालय प्रधान डाकघर में तेजपत्ता का विमोचन हुआ। उत्तराखंड तेजपत्ता मीटा पत्ती को जीआई भौगोलिक प्रमाण पत्र का मिला टैग डाक अधीक्षक चमोली जीडी आर्य ने कार्यक्रम का शुभांरभ किया।


मंगलवार को प्रधान डाक घर गोपेश्वर में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नोडल अधिकारी डा विजय भटट ने उत्तराखंड तेजपत्ता के औषधीय गुणवता के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा उत्तराखंड तेजपत्ता को जीआई टेग प्राप्त होने पर सभी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि तेजपत्ता उत्पादकेां के लिये अंर्तराष्ट्रीय बाजार के द्वारा खुलने के साथ.साथ राजस्व में वृद्धि होगी और इस क्षेत्र में रोजगार का सृजन भी होगा। नोडल अधिकारी डा भटट ने बताया कि तेज पत्ता एक बारहमासी या छोटा सदाबहार पेड हैए जिसकी उचाई 8ण्12 मीटर होती है। यह उत्तराखंड के हिमालय क्षेत्र में 500 मीटर से 2400 मीटर की उचाई पर पाया जाता है। उनका उपयोग रसोई और औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता है। तेजपात के पत्ते पांच प्रकार के होते है। और वे व्यंजनों केा तेजपता या दालचीनी जैसी तेज सुंगध प्रदान करती है। तेजपता का उपयोग चवनप्राशए और अन्य दवाओं के निर्माण में और मसाला उद्योग में भी किया जाता है।
क्या है जीआई टैग