घाटः विगत दो दशकों से घाट विकास खंड से नन्दप्रयाग – घाट सडक चैडीकरण की मांग उठती रही हैं और ा कभी शासन की अनदेखी तो कभी प्रशासन की संवेदहीनता के कारण हमेशा विकास खंड घाट की जनता ने खुद को ठगा महसूस किया। घाट क्षेत्र में दर्जनांें गांव हैं और घाट क्षत्र पहुंचने के लिए एक मात्र सडक नन्दप्रयाग घाट है। इस सडक के हालात जोखिम भरे हैं। 2017 में विधान सभा चुनाव के दौरान आम जनता की मांग यही थी ओर चुनाव के दौरान इस मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था थराली उपचुनाव में स्वयं सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र रावत ने भी लोगों की इस मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था जिसका नतीजा रहा कि भाजपा से मुन्नी देवी शाह ने थराली विधान सभा उपचुनाव में जीत हासिल की। लेकिन जनता की मांग को केवल खाना पूर्ति करने के लिए अब के मरम्मत और डामरी करण करने का कार्य वर्तमान समय में किया जा रहा है जिसका घाट क्षेत्र के युवाओं व्यापार संघ, टैसी यूनियन ने खुला विरोध किया है । उनकी मांग है कि नन्दप्रयाग घाट सडक चोडीकरण को लेकर मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी इस घोषणा को अमल में लाया जाय सडक पर तब तक कोई काम नहीं होने दिया जायेगा जब कि सडक का चैडीकरण नहीं हो जाता ।
अध्यक्ष टैक्सी यूनियन ने बताया कि यह क्रमिक अनशून अब 24घंटे क्रमिक अनशन में बदला जायेगा और उसके बावजूद भी अगर शासन और प्रशासन मांग नहीं पूरी करती है तो आमरण अनशन भी किया जायेगा।
वहीं व्यापर संघ अध्यक्ष चरण सिंह ने कहा कि शासन और प्रशासन के लोग शोशियल मीडिया ओर मंचों पर विकास के दावे कर रहे हैं लेकिन घाट क्षेत्र के 70 गांव के लोग कैसे विश्वास करेंगे कि विकास हो रहा है जब मुख्यमंत्री की घोषणा पर काम नहीं किया जा रहा है तो फिर छोटे जनप्रतिनिधियों की घोषणा और आश्वासन के क्या हाल होंगे। उन्होंने कहा कि जनमानस की समस्या के समाधान के लिए सरकार से मांग की है कि नन्दप्रयाग घाट सडक का चैडीकरण हो।
क्रमिक अनशन के दूसरे दिन महाबीर सिंह बिष्ट प्रधान उस्तोली, विक्रम सिंह, हर्षवर्धन देवराडी, कलम सिंह बीरेन्द्र सिंह नेगी , अनुसूया प्रसाद रतूडी स. महामंत्री व्यापार संघ घाट, कमल सिंह बिष्ट क्षेत्रपंचायत कुमजुक, भरत सिंह नेगी सामजिक कार्यकर्ता, विरेन्द्र सिंह नेगी , प्रचार मंत्री व्यापार संघ घाट, विक्रम सिंह पंवार तहसील मंत्री व्यापार संघ घाट, दीपक रतूडी क्षेत्र ंप., गुड्डू लाल पूर्व जिलापंचायत सदस्य, भूपेद्र फस्वार्ण आदि मौजूद रहे।