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जलजीवन मिशन कार्यो की प्रगति को लेकर जिलाधिकारी ने ली समीक्षा बैठक

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चमोली

जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने वृहस्पतिवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के तहत संचालित कार्यो की प्रगति समीक्षा की। उन्होंने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत दूसरे चरण में अवशेष पेयजल पुर्नगठन योजनाओं को समयबद्वता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित योजनाओं को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय से पूर्ण किया जाए। जिन योजनाओं के टेंडर होने बाकी है, उनका टेंडर प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। वनभूमि संबधित प्रकरणों के लिए प्रभागीय वनाधिकारी के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें। एफएचटीसी कार्यो में जल निगम कर्णप्रयाग को अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन कार्यो में गुणवत्ता एवं समयबद्वता का विशेष ध्यान रखा जाए। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को जल जीवन मिशन कार्यो की प्रत्येक सप्ताह समीक्षा करने को भी कहा। इस दौरान सभी डिविजनों के अन्तर्गत संचालित कार्यो की विस्तृत समीक्षा की गई।

जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारी/जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार शैनी ने अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत इस वित्तीय वर्ष में 4924 एफएचटीसी का लक्ष्य है जिसमें से अभी तक 901 एफएचटीसी कर लिए गए है। उन्होंने बताया कि 2 करोड से कम लागत की 444 डीपीआर में से 443 का टेंडर कर लिया गया है, जिसमें से 45 कार्य पूर्ण एवं 398 कार्य संचालित है। जबकि 2 से 5 करोड़ के 9 कार्यो में से 7 योजनाओं और 5 करोड़ से अधिक लागत की एक योजना पर भी कार्य प्रगति पर है। वही 854 कार्यो में 827 कार्यो का तीसरे पार्टी से निरीक्षण किया जा चुका है। जिले में 596 ग्राम पंचायत भवनों में से 584 भवनों में एफएचटीसी का कार्य पूर्ण हो गया है। साथ ही सभी 1376 विद्यालयों और 953 आंगनबाडी केन्द्रों में भी एफएचटीसी कार्य पूर्ण हो गया है।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा.एनएन मिश्र, अधीक्षण अभियंता जल निगम कपिल सिंह, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान सुशील कुमार शैनी, जल निगम के अधिशासी अभियंता अरूण प्रताप सिंह,  जल संस्थान के अधिशासी अभियता राजेश कुमार निर्वाल, अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार आदि उपस्थित थे।