Home उत्तराखंड उडान सेवा 16 दिनों बाद भी चमोली में नहीं पकड़ सकी रफ्तार

उडान सेवा 16 दिनों बाद भी चमोली में नहीं पकड़ सकी रफ्तार

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गौचर में हेली
  • किराये और यात्रा रुट को स्थानीय लोग बता रहे अव्यवहारिक
  • आम लोगों को हवाई सेवा उपलब्ध कराने के सरकारी प्रयास नहीं उतर पा रहे जमीन पर

गोपेश्वर। उड़ान योजना के तहत चमोली जिले के गौचर से शुरु की गई हवाई सेवा शुरु होने के 16 दिनों पर बाद भी गति नहीं पकड सकी है। 16 दिनों में गौचर-देहरादून की सेवा में महज दो लोगों द्वारा आवाजाही की जा सकी है। स्थानीय लोग सेवा को संचालन कर रही कंपनी द्वारा निर्धारित किराये व यात्रा रुट को अव्यवहारिक बताते हुए उपयोग नहीं कर रहे हैं। जिससे आम लोगों को हवाई सेवा उपलब्ध कराने के सरकारी प्रयास जमीन पर नहीं उतर पा रहे हैं।
उत्तराखण्ड सरकार द्वारा केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत फरवरी माह में देहरादून से गौचार और चिनियालीसौड़ के लिये हवाई सेवा शुरु की। जिसके लिये सरकार की ओर से हैरिटेज एवियेशन से अनुबंध किया गया था। जिस पर कंपनी की ओर से गौचर से देहरादून तक के लिये 4 हजार 120 रुपये किराया निर्धारित किया गया था। वहीं देश में उडान सेवा लागू करने वाला पहला राज्य बनने पर उत्तराखंड सरकार को प्रोएक्टिव पुरस्कार भी मिला था। लेकिन मार्च माह में लॉकडाउन के चलते सेवा को बंद कर दिया गया। जिसके बाद सरकार की ओर से अनलॉकडाउन के बाद बीती 31 जुलाई को पुनः सेवा का संचालन शुरु किया गया। जिसके लिये सरकार द्वारा पवन हंस कंपनी से अनुबंध किया गया और कम्पनी की ओर से गौचर से देहरादून की आवाजाही के लिये गौचर, श्रीनगर, टिहरी होते हुए देहरादून का रुट निर्धारित किया गया। ऐसे में यात्री को किराये के रुप में 8,700 की धनराशि का भुगतान करना पड़ रहा है। ऐसे में स्थानीय लोग जहां दोगुने किराये के चलते हवाई सेवा का उपयोग नहीं क रहे हैं। वहीं श्रीनगर और टिहरी होते हुए देहरादून जाना भी लोगों का रास नहीं आ रहा है।

चमोली जिले की भौगोलिक परिस्थितियों के चलते हैलीकाप्टर सेवा आवश्यक है। लेकिन सरकार की ओर निर्धारित कम्पनी द्वारा तय रुट और किराया जिले के आम आदमी की पहुंच से बाहर है। जिस पर सरकार को पुनः विचार कर योजना का सुचारु संचालन करना चाहिए।
मुकेश नेगी, पूर्व अध्यक्ष, नगर पंचायत, गौचर।

गौचर में हेली

हैलीसेवा के संचालन में कंपनी की ओर की किराये में की गई बढोत्तरी को लेकर सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। जिससे राज्य में शुरु की गई सेवा का आम लोग भी लाभ ले सकें।
डा. अनुसूया प्रसाद मैखुरी, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष।