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उपाद्यक्ष जिलापंचायत सदस्य के खिलाप अविश्वास प्रस्ताव पर किसने किये सदस्यों जाली हस्ताक्षर

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चमोली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व जिला अध्यक्ष एवं वर्तमान में रुद्रप्रयाग जिले के सह प्रभारी रघुवीर सिंह बिष्ट ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर में प्रेस को संबोधित कर वर्तमान विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी पर अपने परिवार के भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया। प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रघुवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि लगभग एक दशक से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज श्रीमती रजनी भंडारी पर नंदा देवी राजजात के कार्यों की निविदा प्रक्रिया पर अनियमितता के आरोप लगे परंतु तत्कालीन समय में बद्रीनाथ के विधायक एवं उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री होने के कारण अपने प्रभाव से सारे भ्रष्टाचार के आरोपों को दबा दिया गया और अपने को सही साबित करने का प्रयास करते रहे वर्तमान समय में जिला पंचायत चमोली के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत द्वारा सदन में एवं सदन के बाहर इस प्रकरण को शासन स्तर पर एवं उच्च न्यायालय के संज्ञान मैं ले जाकर भ्रष्टाचारियों को दंडित करने की मांग की तो बद्रीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी द्वारा अपने पद का बलपूर्वक प्रयोग करते हुए उल्टा जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह के खिलाफ ही अविश्वास प्रस्ताव ले आए ।जबकि भारतीय जनता पार्टी के समर्थित जिला पंचायत सदस्य को जब जिलाधिकारी चमोली द्वारा फर्जी हस्ताक्षर से अविश्वास प्रस्ताव को प्रस्तुत करने की बात संज्ञान में आई तो उन्होंने जिलाधिकारी चमोली को अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप में दिया कर तथाकथित जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत के खिलाफ दिए गए अविश्वास प्रस्ताव में हमारे द्वारा कोई भी हस्ताक्षर नहीं किए गए और ना ही हम जिला अधिकारी चमोली के समक्ष प्रस्तुत हुए। यह मनगढ़ंत एवं छल प्रपंच काही एक हिस्सा है जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा देवी फरस्वान जिला पंचायत सदस्य श्रीमती दीपा राणा एवं जिला पंचायत सदस्य अनूप रोतीयाल द्वारा पूर्व से चल रहे अविश्वास प्रस्ताव का पटाक्षेप जिलाधिकारी चमोली को अपने-अपने पत्रों के माध्यम से किया। इतना ही नहीं रघुवीर सिंह बिष्ट ने कहा कि सम्मानित विधायक राजेंद्र भंडारी जी 2003 से जिला पंचायत अध्यक्ष तत्पश्चात नंदप्रयाग के विधायक तत्पश्चात बद्रीनाथ के विधायक और उनकी धर्मपत्नी दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर काबिज रहकर सिर्फ और सिर्फ अपने और अपने परिवार के हित के बारे में सोचते हैं यह इस बात से सिद्ध होता है कि उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण भराड़ीसैंण में विगत दिनों महत्वपूर्ण बजट सत्र चला और बद्रीनाथ के विधायक इस महत्वपूर्ण बजट सत्र से नदारद रहे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहां की 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले विधायक बद्रीनाथ राजेंद्र भंडारी ने गांव गांव जाकर पूर्व विधायक बद्रीनाथ महेंद्र भट्ट पर यह आरोप लगाए कि वह जनता के बीच नहीं रहते हैं और ना ही उन्हें विकास से कोई लेना-देना है बार-बार उन्हें अन्य राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने का आरोप लगाते रहे बदनाम विधानसभा की भोली-भाली जनता ने बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी की बातों पर विश्वास करते हुए 2022 के विधानसभा चुनाव में भारी मतों से विजई बनाया जबकि पूरे गढ़वाल लोकसभा संसदीय क्षेत्र से एकमात्र कांग्रेसी विधायक राजेंद्र भंडारी जी है बनने के बाद उन्होंने दूरदराज के क्षेत्रों में एक बार भी जाना मुनासिब नहीं समझा और आज उनकी निष्क्रियता के कारण बद्रीनाथ विधानसभा के विकास कार्यों में विधायक के हस्तक्षेप से सिर्फ बंदरबांट हो रही है जिला योजना हो अथवा विधायक निधि सभी अपने चहेतों को दिया जा रहा है विकास कार्यों पर कहीं भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अपने है तुमको जब जनप्रतिनिधि आगे रखकर कार्य करता है तो समाज का बहुत बड़ा अहित होता है उन्होंने कहा कि आज मात्र और मात्र बदनाम विधानसभा में अपने चहेतों और अपने परिवार के संरक्षण के लिए ही कार्य किया जा रहा है इसके अलावा और कुछ नहीं हो रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य योगेंद्र सेमवाल जिला पंचायत सदस्य अनूप चंद्र जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा देवी जिला पंचायत सदस्य श्रीमती दीपा राणा आदि उपस्थित रहे

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