Home उत्तराखंड रैणी गांव से गौरा की विदाई, लोगो की आंखे हुई नम

रैणी गांव से गौरा की विदाई, लोगो की आंखे हुई नम

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चमोली जिले में रैणी गांव किसी नाम और पहचान का मोहताज नहीं है लेकिन  पिछले दिनों की बारिश के चलते नीति मलारी सड़क मार्ग  रैणी गांव के पास 40 मीटर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था जिसका प्रभाव रैणी गांव में भी देखने को मिला और कई घरों में दरार और मकान धंसने लगे जिससे पूरे रैणी गांव के ग्रामीण दहशत में आ गए ऐसे में चिपको नेत्री गौरा देवी के नाम पर बनाए गए पार्क में भी भारी नुकसान हुआ और जहां से गौरा देवी की मूर्ति को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया इस दौरान रैणी गांव के ग्रामीणों की आंखें नम हो गई , रैणी गांव  के जल जंगल जमीन को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाली गौरा देवी का स्मारक आज अपने गांव में सुरक्षित नहीं है आने वाले समय में जिस तरह के हालात बन रहे हैं उससे लगता है कि 1 दिन रेनी गांव भी आपदा की चपेट में आ जाएगा इन सब बातों को महसूस करते हुए लो लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं बताते चलें

कि 7 फरवरी 2021 को ऋषि गंगा के उद्गम स्थल मे ग्लेशियर और चट्टान का एक भाग टूटने से भारी तबाही मची थी इस दौरान ऋषि गंगा और तपोवन विष्णुगढ़ योजना में कार्यरत 200 से अधिक मजदूर लापता हो गए थे स्थानीय लोगों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था , 7फरवरी के आपदा के बाद  से रैणी गांव की मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रही है और पिछले 1 सप्ताह में हुई बारिश ने रैैैणी गांव की आस पास की हालात फिर से बद से बदतर कर दिए हैं कई जगहों पर सड़कें पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है और गांव के कई परिवार बेघर हो गए हैं प्रशासन की तरफ से सीमा सड़क को खोले जाने के लिए कोशिश की जा रही थी लेकिन ग्रामीणों ने मांग की कि पहले उनके लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाए उसके बाद ही सड़क कटिंग का कार्य शुरू करने देंगे बद्रीनाथ विधायक महेंद्र भट रैैैणी गांव पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता करते हुए उन्होंने आश्वस्त किया कि जो भी परिवार खतरे की जद में आ रहे हैं उनके लिए शासन और प्रशासन की तरफ से विस्थापन के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और इस दौरान गौरा देवी की स्मारक को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और ग्रामीणों की आंखें नम होगी बद्रीनाथ विधायक महेंद्रगढ़ द्वारा ढांढस बंधाते हुए कहा कि गांव में गौरा देवी की एक विशाल स्मारक बनवागे