चमोलीः देवभूमि उत्तराखण्ड में इन दिनों बगडवाल नृत्य और पाण्डल नृत्य की धूम है, कारेाना संकट के बाद जिस तरह से पूरे विश्व को कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पडा और कई परिवारों के लोगों को कोराना लील गया। देवभूमि में आस्था विश्वास हमेशा से रहा है इसी लिए यहां पर किसी भी समस्या से निजात पाने के लिए ‘‘ दुवा और दवा’ दोनों के असर को महत्व दिया जाता है।
इन दिनों चमोली जिले में जगह जगह बगडवाल नृत्य और पाण्डव नृत्य का आयोजन किया जा रहा है । दशेाली ब्लाॅक के पलेठी गांव में 25दिसम्बर से आरम्भ हुए बगडवाल नृत्य का शनिवार को समापन हो गया है ग्रामीणोंन े अपनी संस्कृति और मान्यताओं के अनुसार इस कार्यक्रम का आयोजन किया और गांव, क्षेत्र के साथ पूरे देश के लिए सुख समृद्धि की मन्नत मांगी, जीतू बगढवाल की मार्मिक कहानियों के साथ समापन्न होते समय समस्त भक्तों की आंखे नम हो गई।
आयोजकों का कहना है कि जब भी गांव में क्षेत्र में देश में किसी भी तरह की मुसीबतें आती हैं तो अपनी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तरह के देवकार्यों का आयोजन किया जाता है। इस देव कार्य में समस्त महिलामंगलदल, युवक मंगलदल, और बुर्जुगों के माध्यम से आयोजन किया गया।