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विधान सभा चुनावों मे चमोली में ं 2002 से 2017 तक कब किसका रहा दबदबा

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चमोलीः चमोली जिले में वर्तमान समय में तीन विधान सभाऐं हैं 2012 से पूर्व यहां पर नंदप्रयाग विधान सभा भी थी, चमोली के बदरीनाथ, कर्णप्रयाग और थराली विधान सभा में 2लाख 98 हजार 715 मतदाता है।उत्तराखण्ड में पहले सामान्य चुनाव 2002 से वर्तमान तक किस विधान सभा से कौन रहा विजेता किस विधान सभा के क्या थे मुददे।


उत्तराखण्ड राज्य गठन के बाद सीमान्त चमोली जिले में राजनीतिक भविष्य के महत्वकांक्षा रखने वाले नेताओं ने कांग्रेस भाजपा ओर यूकेडी के साथ निर्दलीय और अन्य दलों से अपना अपना भाग्य आजमाया, लेकिन जो भी परिणाम रहे अधिकतर भाजपा औंर कांग्रेस के पक्ष में रहे।

2002 विधान सभा मे उत्तराखण्ड के पहले सामान्य निर्वाचन में चमोली की बदरीनाथ सीट से अनुसूइया प्रसाद मैखुरी को 11145 मत मिले थे और भाजपा के केदार सिंह फोनियां को 10159 मत मिले कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी,
2007 में बदरीनाथ विधान सभा से भाजपा प्रत्याशी केदार सिंह फोनियां ने 16607 मत प्राप्त किये और कांग्रेस के अनुसूइया प्रसाद मैखुरी ने 12747 मत प्रात किये जिसमें भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई, वहीं 2012 में बदरीनाथ सीट से कांग्रेस ने राजेन्द्र भण्डारी को अपना प्रत्याशी बनाया इस चुनाव में भाजपा की ओर से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष चमेाली गोेपेश्वर प्रेम बल्लभ भटट प्रत्याशी बने और उनको 11229 मत मिले वहीं कांग्रेस के राजेन्द्र भण्डारी को 21492 मत मिले कांगेस ने जीत हासिल की। 2017 में बदरीना थ विधान सभा से भाजपा के महेन्द्र भटट ने 29676 मत प्राप्त किये वहीं कांग्रेस के राजेन्द्र भण्डारी पूर्व कैबिनेट मंत्री को 20042 मत मिले और भाजपा ने जीत हासिल की।

वहीं चमोली की नन्दप्रयाग सीट पर 2002 में भाजपा की ओर से महेन्द्र भटट प्रथ्याशी रहे उन्हें 6790 मत मिले और कांग्रेस की ओर से सतेन्द्र बर्त्वाल को 5159 मत मिले और भाजपा के महेन्द्र भटट ने जीत हासिल कर सबसे कम उम्र के विधायक बन गये।
2007 में नन्दप्रयाग सीट से भाजपा की ओर से महेन्द्र भटट को 8059 मत प्राप्त हुए जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राजेन्द्र भण्डारी को जनता ने अपनी पसन्त स्वीकार करते हुए 9849 मत दिये और राजेन्द्र भण्डारी प्रदशे मे ंसरकार बनाने में अहम कडी रहे उन्हें कैबिनेट में मत्री भी बनाया गया।
वर्तमान समय में नंदप्रयाग विधान सभा सीट थराली और बदरीनाथ में मर्ज हो गयी है ।

चमोली की कर्णप्रयाग सीट पर 2002 में भाजपा के प्रत्याशी अनिल नौटियाल रहे जिन्हें 9224 मत प्राप्त हुए वहीं एनसीपी से सुरन्द्र सिंह को 7584 मत प्राप्त हुए यह सीट भाजपा ने जीती।
2007 में कर्णप्रयाग से भाजपा ने एक बार फिर से अनिल नौटियाल पर विश्वास जताते हुए प्रत्याशी बनाया इस समय अनिल नौटियाल ने 15716 मत प्राप्त किये और कांग्रेस के पृथ्वीपाल सिंह ने 8565 मत प्राप्त किये इस बार भी कर्णप्रयाग सीट पर भाजपा के विधायक बने।
2012 में कर्णप्रयाग विधान सभा से भाजपा कांग्रेस सहित विभिन्न दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या 11 थी।
2012 में बदरीनाथ विधान सभा से कांग्रेस के मजबूत प्रत्याशी के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले अनुसूइया प्रसाद मैखुरी को कांग्रेस ने कर्णप्रयाग सीट से अपना प्रत्याशी बनाया, 2012 के चुनाव में भाजपा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश पुजारी को प्रत्याशी बनाया गया, जनता ने कांगेस प्रत्याशी को 11147 मत दिये और भाजपा प्रत्याशी को 8343 मत प्राप्त हुए। इस चुनाव में भाजपा के दो बागियों ने चुनाव लडा जिसमें पूर्व विधायक अनिल नौटियाल को 6631 मत मिले और अरूण मैठाणी को 1802 मत ।
2017 में कर्णप्रयाग से नोटा सहित 11 प्रत्याशी मैदान में थे
वहीं 2017 में भाजपा ने पूर्व प्रमुख गैरसेंण और जनता में अपनी मजबूत पैठ रखने वाले सुरेन्द्र ंिसह नेगी को अपना प्रत्याशी के रूप में आजमाया इस चुनाव में सुरेन्द्र सिंह नेगी ने 28159 मत प्राप्त किये और कांग्रेस के अनुसूइया प्रसाद मैखुरी को 20610 मत मिले भाजपा ने यह सीट हासिल की।
पिंडर विधान सभा जो वर्तमान समय में थराली विधान सभा के नाम से है
2002 में पिंडर विधान सभा से भाजपा के गोविंद लाल शाह ने 10647 मत प्राप्त किये और कांग्रेस की ओर से प्रेम लाल भारती को 8849 मत मिले भाजपा ने यहां विजय हासिल की, 2007 में भाजपा की ओर से एक फिर फिर से गोविंद लाल शाह को प्रत्याशी बनाया गया इस समय उनको 11665 मत प्राप्त हुए वहीं कांगेस की ओर से भूपाल राम टमटा ने 8562 मत प्राप्त किये ओर दूसरी बार सीट पर भाजपा ने विजय पाई।
2012 में कांग्रेस की ओर डा जीतराम को 17404 मत प्राप्त हुए और भाजपा के मगनलाल शाह को 16731 मत प्राप्त हुए और कांग्रेस ने पहली बार इस सीट पर विजय प्राप्त की।
2017 में कांग्रेस ने डा जीत राम को प्रत्याशी बनाया और भाजपा ने मगनलाल शाह पर विश्वास दिखाया इस दौरान डा जीत राम को 21073 मत प्राप्त हुए और भाजपा के मगनलाल शाह ने 25931 मत प्राप्त कर जीत हासिल की। इस दौरान विधायक मगनलाल शाह की असमयिक मौत हो गयी और थराली विधान सभा में उप चुनाव हुए जिसमें स्व मगन लाल शाह की धर्म पत्नी मुन्नी देवी शाह को भाजपा ने इमोशनल कार्ड खेलते हुए प्रत्याशी बनाया ओर कांग्रेस ने डा जीत राम को उप चुनाव में डा जीत राम एक बार फिर से चुनाव हार गये और मुन्नी देवी शाह थराली की विधायक बनी।
चमोली जिला उत्तराखण्ड के सीमान्त जिलों में से एक है पहाडी क्षेत्र होने के चलते आज भी लोग यहां पर मूल भूत सुविधाएं सडक शिक्षा स्वास्थ्य के लिए संघर्षरत हैं आज भी चमोली जिले की दर्जनों गांव ऐसे में जहां पर सडक, संचार और स्वास्थ्य की सुविधाएं नहीं हैं लेकिन यहंा पर 2002 से वर्तमान समय तक स्थानीय मूददे चुनावां के समय कम ही नजर आते हैं और स्थानीय मुददों के साथ चुनाव मैदान में उतरे यूकेडी और अन्य निर्दलीयों पर जनता ने कभी अपना भरोसा नहीं दिखाया। आज भी यहंा पर आम जनमानस राष्टीय मुददों पर मतदान करता प्रतीत होता है। अब तक के सभी सामान्य निवार्चनांें में एक बार नंदप्रयाग सीट के अलावा भाजपा कांग्रेस ने ही जीत हासिल की है।
2022 विधान सभा चुनाव में भी भाजपा कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी भी अपने मुददों को लेकर जनता की बीच जमीन तलाश रही है। वहीं भाजपा कांग्रेस प्रत्याशियों को लेकर माथापची में जुटी हुई है।