Home राजनीति गन्ना भुगतान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मन्त्री ने सैकड़ो समर्थकों के साथ...

गन्ना भुगतान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मन्त्री ने सैकड़ो समर्थकों के साथ किया प्रदर्शन

22
0

लकसर- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ लक्सर पहुँचे- तथा गन्ना मूल्य घोषित न किये जाने के विरोध में सरकार के खिलाफ सैकड़ो कार्यकर्ताओं को साथ लेकर लकसर शुगर मिल के मुख्य द्वार बैठकर उन्होंने 1 घंटे का मौन उपवास किया– कांग्रेसीयो ने उनके मन उपवास के दौरान किसानों समस्याओं खासतौर धान की फसल की बिक्री में आ रही समस्याएं गन्ने का रुका हुआ भुगतान गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित न किया आदि को लेकर केन्द्र व राज्य सरकारोँ पर जमकर हमला बोला–

एक घण्टे के उपवास के बाद हरीश रावत ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की जान इस तरह खींच ली है जिस तरह बंदर सांप को रगड़ रगड़ कर मारता है उसी तरह केंद्र सरकार ने किसानों की जान खींच ली है पहले लूटा और अब लूट कर तेल की कीमतों में थोड़ी सी कमी कर राजननीति कर रही है हरीश रावत ने यह भी कहा कि लोगों की जान पहले ही कोरोना खींच ली है महाराष्ट्र केरल को छोड़कर उत्तराखंड में कोरोना से सबसे ज्यादा मौत हुई है लोग अभी दर्द भूले भी भी नहीं है कि कोरोना की तीसरी लहर ने फिर दस्तक दे दी है देवस्थानम बोर्ड को लेकर हरीश रावत ने कहा अगर हमारी सरकार आती है तो हम देवस्थानम बोर्ड को निश्चित रूप से भंग करेंगे और किसानों को गन्ने का उतना समर्थन मूल्य देंगे जिससे हमारे किसान की टूटती कमर मैं जान आ जाए साथ ही इकबालपुर शुगर मिल पर पिछले वर्षो का बकाया गन्ना भुगतान भी दिलवाया जाएगा हरीश रावत ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार किसान हितेषी सरकार नहीं है बल्कि किसानों को लूटने वाली सरकार है हम उन्होंने बताया कि हमारा मौन व्रत सोई सरकार को जगाने के लिए है हरीश रावत ने कहा कि पूरे देश से लूटा हुआ पैसा हम सब से लूटा हुआ पैसा किसी के काम नहीं आ रहा है यह पैसा कुछ पूंजीपतियों के काम आ रहा है पूरे देश की आमदनी घटी है और देश के कुछ चुनिंदा पूंजी पतियों की आमदनी बढ़ी है उन्होंने कहा कि देश से नौकरी गायब हो गई हैं आज हर घर में पढ़ा लिखा युवा बेरोजगार घूम रहा है किसानों के धान खरीद को सुचारू किया जाए उसमें लूटमार पूरी तरह बंद हो गन्ने का समर्थन मूल्य तत्काल घोषित किया जाए और किसानों के रुके हुए गन्ना भुगतान को तत्काल दिलाया जाए इन मुद्दों को लेकर हमने मौन व्रत धारण किया है हम मौनव्रत के रखकर सरकार को जगाने का काम कर रहे है जिससे उत्तराखंड के किसानों की समस्याएं दूर हो सके